सूरौठ में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में धर्म प्रेमियों ने दी आहुतियां
कलश यात्रा के साथ महायज्ञ की शुरुआत की फोटो
सूरौठ। प्रमोद तिवाड़ी। सूरौठ की अग्रसेन वाटिका में मंगलवार को 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन समारोह पूर्वक किया गया। जिसमें 251 जोड़ों ने गायत्री महायज्ञ में आहुतियां दी।
कैलादेवी नवयुवक मंडल सूरौठ के तत्वाधान में आयोजित इस धार्मिक कार्यक्रम में गायत्री प्रज्ञा मंडल मथुरा के व्यास श्याम सुंदर ने गायत्री महायज्ञ में मौजूद भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि सच्चा आचरण मां-बाप की सेवा करना होता है। ईश्वर उन्हीं से खुश रहता है जो अपने माता पिता का कहना माने एवं उनकी सेवा करें। इससे पहले 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ को सफल बनाने के लिए आयोजन कमेटी द्वारा बैंड बाजे एवं जयकारों के साथ कलश यात्रा निकाली गई जिसमें करीब ढाई सौ की संख्या में महिलाओं ने कलश धारण कर यात्रा में शामिल रही। कलश यात्रा सूरौठ कस्बे के गौड़ मैरिज होम से सुबह 9:00 बजे शुरू हुई। जो की मरघट चौराहा होते हुए मस्जिद, पुलिस चौकी सर्किल, मुख्य बाजार, मेन चौराहा, स्टेशन रोड होते हुए दोपहर 11:00 बजे अग्रसेन वाटिका पहुंची। कलश यात्रा का रास्ते में दुकानदारों एवं धर्म प्रेमियों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया एवं युवाओं व महिलाओं ने खूब नृत्य किया। इसके बाद गायत्री महायज्ञ स्थल पर व्यास श्याम सुंदर शर्मा ने लोगों को सदाचरण के उपदेश दिए एवं जोड़ों द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ गायत्री महायज्ञ के हवन में आहुतियां दिलवाई गई। महायज्ञ के समापन पर कार्यक्रम में मौजूद सभी भक्तों को एवं 151 कन्याओं को भोजन करा प्रसादी वितरण की गई। 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ से सूरौठ कस्बे का माहौल धर्म में हो गया।
